Pani Barsa Cham Cham Cham
बारिश के मौसम का सबसे ज्यादा लुत्फ़ छोटे बच्चे उठाते हैं, बालगीत ‘पानी बरसा छम छम छम’ बारिश के साथ बच्चों की इन्हीं अठखेलियां को बयां करता है।
Best collection of very popular modern and traditional Hindi rhymes for the toddlers and young children’s.
बारिश के मौसम का सबसे ज्यादा लुत्फ़ छोटे बच्चे उठाते हैं, बालगीत ‘पानी बरसा छम छम छम’ बारिश के साथ बच्चों की इन्हीं अठखेलियां को बयां करता है।
बालगीत ‘चल मेरे घोड़े चल चल चल’ बच्चों को उनके पसंदीदा जानवर घोड़े से ना केवल अवगत कराता है बल्कि उसकी चाल ढाल व सवारी के बारे में भी बताता है।
बालगीत ‘नाच मोर का सबको भाता’ बच्चों को राष्ट्रीय पक्षी मोर के लुभावने नृत्य के बारे में अवगत कराता है।
बालगीत ‘तोता हूं मैं तोता हूं’ बच्चों को तोते के चंचल व नटखट रूप से अवगत कराता है।
बालगीत ‘दो चूहे थे’ छोटे बच्चों के बीच गाया जाने वाला एक प्रसिद्ध गीत है जिसे नन्हे मुन्ने बच्चे सुनना व गाना दोनों पसंद करते हैं।
1955 मे प्रदर्शित फिल्म ‘वचन’ का लोरी बालगीत ‘चंदा मामा दूर के’ छोटे बच्चों को रात में सुलाने के लिए प्रयुक्त होने वाले सबसे प्रसिद्ध गीतों में से एक है।
फिल्म ‘सूरज’ (1966) का गीत ‘तितली उड़ी उड़ जो चली’ एक तितली के बारे में कहा गया बहुत ही सुंदर और मनभावन गीत है।
तितली की नैसर्गिक सुंदरता को दर्शाता बालगीत ‘तितली रानी’ बच्चों को तितली की अनुपम व अनूठी सुंदरता से अवगत कराने का एक अच्छा माध्यम है।
हिंदी बाल गीत ‘तितली उड़ी उड़ ना सकी’ छोटे बच्चों को रिझाने वाला एक बहुत ही सुंदर बालगीत है, इसमें बच्चों को एक छोटी सी सुंदर तितली के साथ हुई घटना के बारे में बड़े ही मजेदार तरीके से बताया गया है।
उर्दू भाषा के कवि मोहम्मद इकबाल द्वारा लिखित गीत ‘सारे जहां से अच्छा’ जिसे ‘तराना ए हिंदी’ के नाम से भी जाना जाता है एक सुप्रसिद्ध देश भक्ति गीत है।
हिंदी फिल्म ‘अंदाज़’ का बालगीत ‘रे मामा रे मामा रे’ एक बहुत ही सुप्रसिद्ध व रोचक गीत है जिसे सभी बच्चे सुनना व गाना पसंद करते हैं।
गीत ‘हम होंगे कामयाब’ मूलतः एक सकारात्मक प्रेरणादायक गीत है जिसे हम अक्सर अपने आसपास सुनते रहते हैं, इस गीत का गायन पूरे माहौल को एक सकारात्मक सोच व एकजुटता से भर देता है।
फिल्म आराधना (1969) का सुप्रसिद्ध लोरी गीत ‘चंदा है तू मेरा सूरज है तू’ एक ऐसा गीत है जिसे शायद हर सुनने वाले ने कई बार दोहराया जरूर होगा, गीतकार आनंद बक्शी द्वारा लिखा गया यह गीत संगीतकार एस डी बर्मन द्वारा संगीतबद्ध किया गया है।
फिल्म ‘मासूम’ का बालगीत ‘नानी तेरी मोरनी को’ एक बहुत ही प्रसिद्ध व पुराना बालगीत है जिसे सभी बच्चे आज के समय में भी उतने ही उत्साह से सुनना व गाना पसंद करते हैं।
फिल्म ‘सिकंदर-ए-आजम’ (1965) का गीत ‘जहां डाल डाल पर सोने की चिड़िया भारत देश के महान गौरव, समृद्धि व स्वाभिमान के बारे में बतलाता है।
फिल्म ‘गंगा जमुना’ का गीत ‘इंसाफ की डगर पे’ बच्चों को न्याय व सच्चाई के पथ पर अडिग रहते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
फिल्म सुजाता में सजी यह लोरी ‘हवा धीरे आना’ छोटे बच्चों को रात्रि के समय सुलाने के लिए गुनगुनाए जाने वाले प्रसिद्ध गीतों में से एक है।
फिल्म ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ का गीत ‘चुन चुन करती आई चिड़िया’ मूल रूप से एक बालगीत है जिसमें एक बच्चे को विभिन्न प्रकार के जीव जंतुओं की भाव भंगिमा द्वारा बहलाने व प्रसन्न करने का सार्थक प्रयास किया गया है।
फिल्म रोजा का गीत ‘भारत हमको जान से प्यारा है’ सभी धर्म, राज्यों व विभिन्न भाषाओं के जनमानस को बोध कराता है कि हम सभी अपनी तमाम विषमताओं के बावजूद भी एक हैं और हमारा यह देश पूरे विश्व में सबसे न्यारा व प्यारा है।
देश भक्ति गीत ‘ए मेरे वतन के लोगों’ को सुनकर मानव ह्रदय अपने देश के वीर जवानों के प्रति कृतज्ञता व सम्मान की भावना से भर उठता है।