Chhodo Kal Ki Baatein
हिंदी फिल्म ‘हम हिंदुस्तानी’ का गीत ‘छोड़ो कल की बातें’ भारतवर्ष के लोगों को भूतकाल की नकारात्मकता को पीछे छोड़कर एक नए जोश व उमंग के साथ भविष्य की ओर अग्रसर होने को प्रेरित करता है।
Best collection of very popular modern and traditional songs for teaching about various cultures in Hindi language to the toddlers and young children’s.
हिंदी फिल्म ‘हम हिंदुस्तानी’ का गीत ‘छोड़ो कल की बातें’ भारतवर्ष के लोगों को भूतकाल की नकारात्मकता को पीछे छोड़कर एक नए जोश व उमंग के साथ भविष्य की ओर अग्रसर होने को प्रेरित करता है।
हिंदी फिल्म ‘फ़ना’ का गीत ‘चंदा चमके चम चम’ छोटे बच्चों को खेल खेल में हंसाने तथा कुछ जटिल पंक्तियों के उच्चारण (टंग ट्विस्टर) को सीखने व दोहराने का मौका देता है।
हिंदी फिल्म ‘राज़ी’ का देशभक्ति गीत ‘ए वतन वतन मेरे’ देश के प्रति प्रेम व त्याग की भावना को प्रस्तुत करने का एक उत्कृष्ट माध्यम है।
सन 1985 में प्रदर्शित फिल्म ‘संजोग’ में प्रस्तुत ‘यशोदा का नंदलाला’ लोरी गीत हिंदी फिल्मों में प्रयुक्त भक्ति व शिशु प्रेम के उन गिने-चुने गीतों में से एक है जिन्हें सुनकर मन आनंदित हो उठता है।
अपने बचपन में वापस लौट जाने की चाहत पर केंद्रित बालगीत ‘हम भी अगर बच्चे होते’ किशोरों से लेकर बड़ी उम्र के सभी लोगों को लुभाता है।
फिल्म ‘घराना’ का बालगीत ‘दादी अम्मा दादी अम्मा मान जाओ’ नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा अपनी रूठी हुई दादी अम्मा को मनाने पर आधारित एक बहुत ही लोकप्रिय व मज़ेदार गीत है।
फिल्म ‘दो कलियाँ’ (1968) का गीत ‘बच्चे मन के सच्चे’ बच्चों के भोले व् सरल स्वाभाव को बताता है।
हिंदी फिल्म ‘फर्ज़’ (1967) का गीत ‘बार बार दिन ये आये’ छोटे बच्चों के जन्मदिन पर गाया जाने वाला सर्वाधिक लोकप्रिय गीत है जिसमें छोटे बच्चे को जन्मदिन की बधाई देने के साथ साथ उसकी लंबी उम्र की कामना की गई है।
लोकप्रिय बालगीत ‘लल्ला लल्ला लोरी’ में दर्शाया गया है कि कैसे एक छोटा बच्चा दूध पीते समय आनाकानी करते हुए माँ को अपनी नटखट लीलाए दिखाता है।
फिल्म ‘शहीद’ का गीत ‘ऐ वतन ऐ वतन’ एक सर्वश्रेष्ठ देशभक्ति गीत है जो दिलों में राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत कर सभी को जोश से भर देता है।
सन 1962 में प्रदर्शित फिल्म ‘सन ऑफ़ इंडिया’ का बाल गीत ‘नन्हा मुन्ना राही हूँ’ छोटे बच्चों को देशभक्ति की भावना से प्रेरित व प्रोत्साहित करने का अच्छा स्रोत है।
फिल्म ‘सूरज’ (1966) का गीत ‘तितली उड़ी उड़ जो चली’ एक तितली के बारे में कहा गया बहुत ही सुंदर और मनभावन गीत है।
हिंदी फिल्म ‘अंदाज़’ का बालगीत ‘रे मामा रे मामा रे’ एक बहुत ही सुप्रसिद्ध व रोचक गीत है जिसे सभी बच्चे सुनना व गाना पसंद करते हैं।
गीत ‘हम होंगे कामयाब’ मूलतः एक सकारात्मक प्रेरणादायक गीत है जिसे हम अक्सर अपने आसपास सुनते रहते हैं, इस गीत का गायन पूरे माहौल को एक सकारात्मक सोच व एकजुटता से भर देता है।
फिल्म आराधना (1969) का सुप्रसिद्ध लोरी गीत ‘चंदा है तू मेरा सूरज है तू’ एक ऐसा गीत है जिसे शायद हर सुनने वाले ने कई बार दोहराया जरूर होगा, गीतकार आनंद बक्शी द्वारा लिखा गया यह गीत संगीतकार एस डी बर्मन द्वारा संगीतबद्ध किया गया है।
फिल्म ‘मासूम’ का बालगीत ‘नानी तेरी मोरनी को’ एक बहुत ही प्रसिद्ध व पुराना बालगीत है जिसे सभी बच्चे आज के समय में भी उतने ही उत्साह से सुनना व गाना पसंद करते हैं।
फिल्म ‘सिकंदर-ए-आजम’ (1965) का गीत ‘जहां डाल डाल पर सोने की चिड़िया भारत देश के महान गौरव, समृद्धि व स्वाभिमान के बारे में बतलाता है।
फिल्म ‘गंगा जमुना’ का गीत ‘इंसाफ की डगर पे’ बच्चों को न्याय व सच्चाई के पथ पर अडिग रहते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
फिल्म सुजाता में सजी यह लोरी ‘हवा धीरे आना’ छोटे बच्चों को रात्रि के समय सुलाने के लिए गुनगुनाए जाने वाले प्रसिद्ध गीतों में से एक है।
फिल्म ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ का गीत ‘चुन चुन करती आई चिड़िया’ मूल रूप से एक बालगीत है जिसमें एक बच्चे को विभिन्न प्रकार के जीव जंतुओं की भाव भंगिमा द्वारा बहलाने व प्रसन्न करने का सार्थक प्रयास किया गया है।