

Savera | सवेरा
बालगीत ‘सवेरा’ में प्रातकाल के मनमोहक दृश्य को दर्शाया गया है कि किस तरह सुबह- सुबह की ठंडक से भरी ताज़ी हवा के साथ – साथ चिड़िया के चहचहाने की मीठी आवाज़ सुनाई देने लगती है जो सवेरे के दृश्य को बहुत ही मनमोहक बना देती है।
इस गीत में बताया गया है कि सवेरे के समय किस प्रकार प्रकृति अपनी सुन्दर कृपा बरसा रही होती है और अपनी ठंडी हवा से मौसम को और अधिक सुहाना बना रही होती है जिससे लोग आकर्षित होकर उसके साथ समय बिताने को प्रेरित हो जाते हैं।
आगे की पंक्तियों में बच्चों के अवगत कराया गया है कि किस प्रकार चिडिया सुबह ही समय से अपना बसेरा छोड़ देती है जबकि वह तो एक पक्षी है लेकिन फिर भी अपने नियम का पालन करती है, इसी प्रकार हमें भी प्रकृति से जुड़ना चाहिए और सुबह उठकर प्रकृति के सानिध्य में जाना चाहिए।
गीत की अंतिम पंक्ति में एक बहुत ही सुंदर शिक्षा देकर समझाया गया है की बच्चों सवेरे का समय बहुत ही महत्वपूर्ण समय होता है जिसे हमें ज्यादा देर तक सोने पर व्यर्थ नहीं करना चाहिए और जल्दी से उठ कर अपने ज़रूरी कामों को पूरा करना चाहिए ।
‘सवेरा’ बालगीत के बोल
सूरज निकला मिटा अंधेरा,
देखो बच्चो हुआ सवेरा ।
आया मीठी हवा का फेरा,
चिड़िया ने फिर छोड़ा बसेरा ।
जागो बच्चो अब मत सोओ,
इतना सुन्दर समय ना खोओ ।
‘Savera’ Lyrics in English
Suraj nikla mita andhera,
Dekho bachon hua savera.
Aaya mithi hawa ka phera,
Chidiyon ne phir choda basera.
Jaago bachon ab mat so,
Itna sundar samay na kho.
‘Savera’ English Translation
The sun rises darkness disappeared,
Look kids its morning
Came the rounds of sweet air,
The bird again left the nest.
Wake up kids don’t sleep now
Do not lose such a beautiful time.