Insaaf Ki Dagar Pe | इन्साफ़ की डगर पे
फिल्म ‘गंगा जमुना’ (1961) का गीत ‘इंसाफ की डगर पे’ बच्चों को न्याय व सच्चाई के पथ पर अडिग रहते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। गीतकार शकील बदायूँनी द्वारा रचित तथा संगीतकार नौशाद अली के द्वारा संगीतबद्ध इस गीत को गायक हेमंत कुमार ने अपनी आवाज से सजाया है।
इस अनुपम गीत में बच्चों को समझाया गया है कि यह भारत देश तुम्हारा अपना देश है जिसके आने वाले भविष्य व नेता तुम ही हो, तुम्हें हमेशा सच्चाई के पथ पर चलकर देश के भविष्य को सुरक्षित व उन्नत बनाना है।
इस गीत में बच्चों से उम्मीद की गई है कि तुम्हें सभी अपने व पराए लोगों के लिए न्याय की उचित व्यवस्था करनी है तथा इस कठिन पथ पर चलने से बिल्कुल भी नहीं डगमगाना है, सच्चाई की राह पर अडिग रहते हुए तुम्हें इंसानियत को हमेशा बरकरार रखना है तथा अपने जीवन की भी परवाह ना करते हुए अपनी मातृभूमि भारत देश के गौरव को बढ़ाते जाना है।
यहां बच्चों से उम्मीद की गई है कि अगर सच्चाई व न्याय के पद पर चलते हुए तुम्हें अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान भी देना पड़े तो उसे देने में पीछे नहीं हटना है क्योंकि अपनी मातृभूमि के लिए बलिदान होने वाले वीर शहीदों को एक नया व अच्छा जीवन मिलता है।
इस तरह जहां एक ओर यह गीत बच्चों को न्याय व सच्चाई के पथ पर चलने के लिए प्रेरित करता है वहीं दूसरी ओर अपने देश के प्रति देशभक्ति के भाव को भी सुदृढ़ करने में सहायक है।
‘इन्साफ़ की डगर पे’ बालगीत के बोल
इन्साफ़ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के
ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्हीं हो कल के
दुनिया के रंज सहना और कुछ न मुँह से कहना
सच्चाइयों के बल पे आगे को बढ़ते रहना
रख दोगे एक दिन तुम संसार को बदल के
इन्साफ़ की …
अपने हों या पराए सबके लिये हो न्याय
देखो कदम तुम्हारा हरगिज़ न डगमगाए
रस्ते बड़े कठिन हैं चलना सम्भल-सम्भल के
इन्साफ़ की …
इन्सानियत के सर पर इज़्ज़त का ताज रखना
तन मन भी भेंट देकर भारत की लाज रखना
जीवन नया मिलेगा अंतिम चिता में जल के,
इन्साफ़ की …
‘Insaaf Ki Dagar Pe’ Lyrics in English
Insaaf Ki Dagar Pe, Bachcho Dikhao Chal Ke
Ye Desh Hai Tumhara, Neta Tumhi Ho Kal Ke
Duniyaa Ke Ranj Sehna Aur Kuch Na Muh Se Kehna
Sachaiyo Ke Bal Pe Aage Ko Badhte Rehna
Rakh Doge Ek Din Tum Sansar Ko Badal Ke
Insaaf Ki …
Apane Ho Ya Parae Sabake Liye Ho Nyaay
Dekho Kadam Tumhara Hargiz Na Dagmagae
Raste Bade Kathin Hai Chalna Sambhal-Sambhal Ke
Insaaf Ki …
Insaniyat Ke Sar Par Izzat Ka Taj Rakhna
Tan Man Bhi Bhent Dekar Bharat Ki Laj Rakhana
Jivan Naya Milega Antim Chita Me Jal Ke,
Insaaf Ki …
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‘Insaaf Ki Dagar Pe’ English Translation
Walk on the path of justice dear children,
For this is your nation and you are the leaders of tomorrow
Endure the world’s stresses in silence and don’t utter a word
And with truth as your strength keep marching ahead,
And you will someday change the world
Walk on the path of justice dear children,
For this …
Be it for yourself or for others, let there be justice for all
But see to it that your steps never falter
The path is very difficult, so tread carefully
Walk on the path of justice dear children,
For this …
Always make sure you crown humanity with respect and prestige
Sacrifice your body and soul and guard your country’s respect
you’ll find a new life burning in the last pyre
Walk on the path of justice dear children,
For this …
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‘इन्साफ़ की डगर पे’ पर आधारित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर : ‘इंसाफ की डगर पे’ गाना गंगा जमुना फिल्म का गाना है।
उत्तर : ‘इंसाफ की डगर पे’ गाना लेखक शकील बदायुनी ने लिखा था।
उत्तर : ऐ मेरे प्यारे वतन’ गाना गायक कलाकार हेमंत कुमार ने गाया था।
उत्तर : ‘इंसाफ की डगर पे’ गाने के संगीतकार नौशाद थे।
उत्तर : इस गीत में बच्चों को इंसाफ की डगर पर चलना सिखाया गया है।
उत्तर : इस गीत में बच्चों से हमेशा सच्चाई के बल पर आगे बढ़ने को कहा गया है।
उत्तर : इस गीत में बच्चों से अपने व पराये दोनों से बराबर न्याय करने को कहा गया है।
उत्तर : इस गीत में बच्चों से इंसानियत के सर पर इज्ज़त का ताज रखने को कहा गया है।
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Frequently asked questions (FAQ's) based on ‘Insaaf Ki Dagar Pe’
Answer : The song ‘Insaaf Ki Dagar Pe’ is a song from the film Ganga Jamuna.
Answer : The song ‘Insaaf Ki Dagar Pe’ was written by writer Shakeel Badayuni.
Answer : The song was sung by singer Hemant Kumar.
Answer : Naushad was the composer of the song ‘Insaaf Ki Dagar Pe’.
Answer : In this song, children are taught to walk on the path of justice.
Answer : In this song, children are always asked to move forward on the strength of truth.
Answer : In this song, children have been asked to do equal justice to both themselves and other people.
Answer : In this song, children have been asked to place the crown of honor on the essence of humanity.
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