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The National Song of India

The National Song of India (राष्ट्रगीत)

The National Song of India

राष्ट्रगीत

वन्दे मातरम्

राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ की रचना बंगाल के महान साहित्यकार श्री बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा सन् 1876 में की गई थी, लेकिन इसका सर्वप्रथम समावेश उन्होंने अपने सुप्रसिद्ध उपन्यास ‘आनंदमठ’ में सन् 1880 में किया था। ‘आनंदमठ’ उपन्यास के माध्यम से प्रचलित हुए इस गीत का स्थान अपने देश को मातृभूमि मानने की भावना को प्रज्वलित करने वाले गीतों में सबसे पहला है।

उन दिनों जहां बंगाल में ‘बंग-भंग’ का आंदोलन अपने पूरे उफान पर था वहीं दूसरी ओर महात्मा गाँधी के असहयोग आंदोलन ने लोकभावना को जाग्रत कर दिया था, आज़ादी के सेनानियों के लिए यह गीत एक पवित्र मंत्र बन गया था। ‘वंदे मातरम्’ के दो शब्दों ने उस समय देशवासियों के दिलों में देशभक्ति के प्राण फूँक दिए थे और आज भी इसी देशभक्ति की भावना से ‘वंदे मातरम्’ देश के कोने कोने में गाया जाता है।

‘वंदे मातरम्’ मूल गीत के प्रथम दो पद संस्कृत में तथा शेष पद बांग्ला भाषा में थे। राष्ट्रकवि रवींद्रनाथ टैगोर ने यह गीत बंगाली शैली में लय और संगीत के साथ पहली बार 1896 में कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया। इस गीत का अंग्रेज़ी में अनुवाद अरबिंदो घोष ने तथा उर्दू में आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने किया। ‘वंदे मातरम्’ मूल गीत के प्रथम पद को सरकारी गीत के रूप में मान्यता मिली है और इसे राष्ट्रीय गीत का दर्ज़ा देकर इसकी न केवल धुन बल्कि गीत की अवधि तक संविधान सभा द्वारा तय की गई है, जो 52 सेकेण्ड है।

‘वंदे मातरम्’ राष्ट्रगीत के बोल

वन्दे मातरम्।
सुजलाम् सुफलाम् मलय़जशीतलाम्,
शस्यश्यामलाम् मातरम्। वन्दे मातरम्।।
शुभ्रज्योत्स्ना पुलकितयामिनीम्,
फुल्लकुसुमित द्रुमदलशोभिनीम्,
सुहासिनीम् सुमधुरभाषिणीम्,
सुखदाम् वरदाम् मातरम्। वन्दे मातरम्।।

‘Vande Mataram’ in English Lyrics

“Vande maataraM
sujalaaM suphalaaM malayaja shiitalaaM
SasyashyaamalaaM maataram | Vande maataraM ||

Shubhrajyotsnaa pulakitayaaminiiM
pullakusumita drumadala shobhiniiM
suhaasiniiM sumadhura bhaashhiNiiM
sukhadaaM varadaaM maataraM | Vande maataraM ||

‘वंदे मातरम्’ का हिंदी अनुवाद (श्री अरबिन्द। घोष)

मैं आपके सामने नतमस्‍तक होता हूँ। ओ माता,
पानी से सींचीफलों से भरी,
दक्षिण की वायु के साथ शान्‍त,
कटाई की फ़सलों के साथ गहरा,
माता!


उसकी रातें चाँदनी की गरिमा में प्रफुल्लित हो रही हैं,
उसकी ज़मीन खिलते फूलों वाले वृक्षों से बहुत सुंदर ढकी हुई है,
हंसी की मिठासवाणी की मिठास,
मातावरदान देने वालीआनंद
देने वाली।

‘Vande Mataram’ English Translation

Mother, I bow to thee!
Rich with thy hurrying streams,
bright with orchard gleams,
Cool with thy winds of delight,
Dark fields waving Mother of might,
Mother free.

Glory of moonlight dreams,
Over thy branches and lordly streams,
Clad in thy blossoming trees,
Mother, giver of ease
Laughing low and sweet!
Mother I kiss thy feet,
Speaker sweet and low!
Mother, to thee I bow.

‘वंदे मातरम्’ का पूर्ण संस्करण

वन्दे मातरम्।
सुजलाम् सुफलाम् मलय़जशीतलाम्,
शस्यश्यामलाम् मातरम्। वन्दे मातरम्।। १।।

शुभ्रज्योत्स्ना पुलकितयामिनीम्,
फुल्लकुसुमित द्रुमदलशोभिनीम्,
सुहासिनीम् सुमधुरभाषिणीम्,
सुखदाम् वरदाम् मातरम्। वन्दे मातरम्।। २।।

कोटि-कोटि कण्ठ कल-कल निनाद कराले,
कोटि-कोटि भुजैर्धृत खरकरवाले,
के बॉले माँ तुमि अबले,
बहुबलधारिणीं नमामि तारिणीम्,
रिपुदलवारिणीं मातरम्। वन्दे मातरम्।। ३।।

तुमि विद्या तुमि धर्म,
तुमि हृदि तुमि मर्म,
त्वम् हि प्राणाः शरीरे,
बाहुते तुमि माँ शक्ति,
हृदय़े तुमि माँ भक्ति,
तोमारेई प्रतिमा गड़ि मन्दिरे-मन्दिरे। वन्दे मातरम् ।। ४।।

त्वम् हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी,
कमला कमलदलविहारिणी,
वाणी विद्यादायिनी, नमामि त्वाम्,
नमामि कमलाम् अमलाम् अतुलाम्,
सुजलां सुफलां मातरम्। वन्दे मातरम्।। ५।।

श्यामलाम् सरलाम् सुस्मिताम् भूषिताम्,
धरणीम् भरणीम् मातरम्। वन्दे मातरम्।। ६।।

रचयिता – बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय

English Translation of Full Version by Shree Aurobindo

Mother, I bow to thee!
Rich with thy hurrying streams,
bright with orchard gleams,
Cool with thy winds of delight,
Dark fields waving Mother of might,
Mother free.

 

Glory of moonlight dreams,
Over thy branches and lordly streams,
Clad in thy blossoming trees,
Mother, giver of ease
Laughing low and sweet!
Mother I kiss thy feet,
Speaker sweet and low!
Mother, to thee I bow.

 

Who hath said thou art weak in thy lands
When the sword flesh out in the seventy million hands
And seventy million voices roar
Thy dreadful name from shore to shore?
With many strengths who art mighty and stored,
To thee I call Mother and Lord!
Though who savest, arise and save!
To her I cry who ever her foeman drove
Back from plain and Sea
And shook herself free.

 

Thou art wisdom, thou art law,
Thou art heart, our soul, our breath
Though art love divine, the awe
In our hearts that conquers death.
Thine the strength that nervs the arm,
Thine the beauty, thine the charm.
Every image made divine
In our temples is but thine.

 

Thou art Durga, Lady and Queen,
With her hands that strike and her
swords of sheen,
Thou art Lakshmi lotus-throned,
And the Muse a hundred-toned,
Pure and perfect without peer,
Mother lend thine ear,
Rich with thy hurrying streams,
Bright with thy orchard gleems,
Dark of hue O candid-fair

 

In thy soul, with jewelled hair
And thy glorious smile divine,
Lovilest of all earthly lands,
Showering wealth from well-stored hands!
Mother, mother mine!
Mother sweet, I bow to thee,
Mother great and free!

 

'राष्ट्रगीत - वन्दे मातरम्' पर आधारित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

उत्तर : ‘वंदे मातरम्’ भारत का राष्ट्रीय गीत है।

उत्तर : ‘राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ को महान साहित्यकार श्री बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा ने लिखा था।

उत्तर : राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ की रचना बंगाल के महान साहित्यकार श्री बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा की गई थी।

उत्तर : ‘वंदे मातरम्’ गीत को पहली बार 1896 में कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया।

उत्तर : ‘वंदे मातरम्’ भारत की संविधान सभा द्वारा 24 जनवरी,1950 को इस गीत के पहले दो पदों को राष्ट्रीय गीत का दर्जा प्रदान किया गया।

उत्तर : ‘वंदे मातरम्’ में कुल दो पद है।

उत्तर : राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ गाने में 52 सेकेण्ड का समय लगता है।

उत्तर :  राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के संगीतकार का नाम राष्ट्रकवि रवींद्रनाथ टैगोर है।

Frequently asked questions (FAQ's) based on 'The National Song of India’

Answer : The name of national song of India is ‘Vande Mataram’.

Answer : The national song of India (Vande Mataram) was written by the great litterateur Mr. Bankim Chandra Chattopadhya.

Answer : The national song ‘Vande Mataram’ was composed originally in Bengali by Rabindranath Tagore.

Answer : The national song of India first publicly sung in the session held by Indian National Congress  in Calcutta on 27th December 1911.

Answer : The national song ‘Vande Mataram’ was first published in Chattopadhyay’s book Anandamath in Bengali in 1882.

Answer : There are total two stanzas in ‘Vande Mataram’.

Answer : ‘Vande Mataram’ was given the status of national song by the Constituent Assembly of India on January 24, 1950.

Answer : It takes 52 seconds to sing the national song ‘Vande Mataram’.

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