

Railgadi | रेलगाड़ी
‘रेलगाड़ी’ एक प्रसिद्ध हिंदी बालगीत है जो छोटे बच्चों को रेलगाड़ी (ट्रेन) के बारे में जानकारी देता है। हम सब में शायद ही ऐसा कोई होगा जिसने रेल यात्रा न की हो, छुक-छुक करती रेलगाड़ी बच्चे, बड़े, और बूढ़े सभी को खूब लुभाती है।
पटरी पर अपनी आवाज के साथ सीटी बजाती चलती रेलगाड़ी को देखना सभी बच्चों को बहुत पसंद आता है, उसमे बैठकर बाहर के नजारों को निहारना सभी को काफ़ी अच्छा लगता है। ‘रेलगाड़ी’ बालगीत के माध्यम से बच्चे एक-दूसरे के साथ जुड़कर शोर मचाते हुए खेल-खेल में ही रेलगाड़ी की सरचना एवं उसके चलने के तरीके को सीख लेते है। उन्हें पता चलता है कि कैसे इंजन आगे से सब डिब्बों को खींचता है और सब लोगों को बिठाकर रेलगाड़ी बड़ी शान से आवाज करती पटरी पर आगे बढ़ती है।
‘रेलगाड़ी’ बालगीत के बोल
छुक – छुक, छुक – छुक धुआं छोड़ती,
खूब सवारी ले जाती है।
कला इंजन, लाल हैं डिब्बे,
हटो, रेलगाड़ी आती है।
‘Railgadi’ Lyrics in English
Chhuk–chhuk, chhuk-chhuk dhuan chhodti,
Khoob savare le jati hai.
Kala injan, laal hain dibbe,
Hato, Railgadi aatee hai.
‘Railgadi’ English Translation
Chhuk – Chhuk, Chhuk – Chhuk leaves the smoke,
Takes a lot of riding.
Art engines, red cans,
Move, the train arrives.