

Char Naukar | चार नौकर
बालगीत ‘चार नौकर’ गीत में हमारे शरीर के महत्व को दर्शाने की कोशिश करते हुए हमारे शरीर के दो बहुत ही प्रमुख अंगो के बारे में समझाया गया है। इस गीत में बताया गया है की किस तरह हमारे हाथ व पैर हमारे सभी दैनिक कार्यो को करने में हमारी मदद करते हैं और कभी भी उसके बदले हमसे अपनी कोई इच्छा प्रगट नहीं करते हैं।
इस प्रकार वह हमारे सच्चे साथी होते है जो हमारे मन की सुनते है और मन की इच्छा के अनुसार हमारे बहुत से कामों को करने में हमारी सहायता करते हैं । इस बालगीत की सुंदर पंक्तियों में हमारे हाथ और पैरो की विशेषता बताई गई हैं कि किस तरह वह हमेशा हमारे कामों को करने के लिए तैयार रहते हैं व हमें आत्मनिर्भर बनाते हैं।
‘चार नौकर’ बालगीत के बोल
मेरे पास हैं नौकर चार,
हरदम रहते हैं तैयार।
दो है मेरे हाथ,
देते मेरा हरदम साथ।
दो हैं मेरे पैर,
मुझे कराते हैं सैर।
ना पीते हैं ना खाते हैं,
जहाँ कहूं ले जाते हैं।
‘Char Naukar’ Lyrics in English
Mere Pass hain naukar char,
Hardam dete mera sath.
Do hain mere hath,
Dete mera hardam sath.
Do hain mere pair,
Mujhe karate hai sair.
Na pite, na khate hain,
Jahan kahu le jate hain.
‘Char Naukar’ English Translation
I have four servants,
Always ready for me
Two are my hand
Always ready to do my work
Other two are my legs
Always take me for walk
Neither drinks nor eat,
Take to me wherever I want.